काशी महाकाल एक्सप्रेस में एक सीट को भगवान शिव के लिए रिजर्व करने और उसे मंदिर का रूप देने पर अब सियासत शुरू हो गई है। मोदी सरकार की इस पहल पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने निशाना साधा है। उन्होंने पीएम मोदी को टैग कर एक ट्वीट किया है जिसमें उन्हें भगवान शिव के लिए सीट रिजर्व करने से आपत्ति है। इस ट्वीट में उन्होंने संविधान के एक पन्ने को शेयर किया है। ओवैसी का इस तरीके से संविधान के एक पन्ने को शेयर करना और पीएम मोदी को टैग करना यह साफ बताता हैं कि उन्हें ट्रेन की एक सीट को शिव मंदिर में बदलने पर काफी आपत्ति है। उनके इस पोस्ट के मुताबिक वह इशारों-इशारों में पीएम मोदी को यह बताना चाहते हैं कि भारत एक समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक और गणतंत्र राष्ट्र है और उनके इस कदम ने संविधान को चोट पहुंचाने की कोशिश की है। 20 फरवरी से शुरू होने वाली काशी महाकाल एक्सप्रेस ट्रेन के कोच B5 की सीट नंबर 64 को भगवान शिव के लिए रिजर्व किया गया है और उस सीट को मंदिर बनाया गया है। बता दें कि मंदिर में शिव की मूर्ति भी लगाई गई है।
काशी महाकाल एक्सप्रेस से अब भगवान शिव भी करेंगे यात्रा